...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!सात्विक ने जब यह सुना.....की उसे सीट बेल्ट लगाना नहीं आता.....तोह वह उसे अजीब नजरों से देखने ...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!द्रक्षता अब शांत हो चुकी थी.....वोह अपने सामने खड़े सात्विक को देखती है.....जो उसे ही देख रहा ...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!द्रक्षता उन्हें देख हैरान रह जाती है.....क्योंकि उनके सामने खड़ी महिला जो मंदिर में मिली थी.....वही थी.....सुरुचि ...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे.....!!दृशा अपने स्कूल और दर्शित अपने कॉलेज जा चुका था.....द्रक्षता मान्यता के साथ उसके आए केक के.....ऑर्डर ...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!मंदिर...!!आज द्रक्षता के पापा और दादा जी की बरसी थी.....इसीलिए आज मान्यता और द्रक्षता मंदिर जाकर.....पंडित जी ...
...!!जय महाकाल!!... अब आगे...!!! यहां द्रक्षता को कार्तिक ने होटल ड्रॉप कर दिया था.....द्रक्षता ने उसे थैंक्स ...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!सात्विक उनके जाने के बाद.....रूम का डोर लॉक कर.....बेड पर मुंह के बल लेटे हुए.....आंखों में बेहद ...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!द्रक्षता अपने काम में बिजी थी....तभी मैनेजर आकर उसे रूम नंबर 1269 में सर्विस देने को बोलते ...
...."ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ"......"निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा"....ये मेरी पहली कहानी का पहला भाग है......इसे जी भरकर ...