ताश का आशियाना - भाग 40 Rajshree द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें ताश का आशियाना - भाग 40 Tash ka aashiyana - 40 book and story is written by R.J. Artan in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tash ka aashiyana - 40 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. ताश का आशियाना - भाग 40 Rajshree द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 132 567 "आपने हा क्यों कहा?"" हमारे पास और कोई रास्ता नहीं।""और कोई रास्ता नही का क्या मतलब?2,00,000 भरने है जी!""मेरे लिए सिद्धार्थ को ठीक करना ज्यादा जरुरी है।""वो ठीक ही जायेंगे, जी डॉक्टर ने गोलियां तो लिख कर दी है ...और पढ़ेवो जब तक गोलियां है तब–तक बाकी फिर?"नारायणजी ने पूछा तो गंगाजी के पास जवाब नही था।जब तक गोलियां थी सब अच्छा था। पूरा एक हफ्ता।गोलियां देते तो सिद्धार्थ ठीक रहता। खाना, पीना,सोना यही उसका काम हो गया था। लेकिन गोलियां इतनी हाई डोसाज की थी की सिद्धार्थ का खुद पर कुछ कंट्रोल नही था। जो काम मां बचपन में कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें ताश का आशियाना - भाग 40 ताश का आशियाना - उपन्यास Rajshree द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी (47) 69.2k 163.4k Free Novels by Rajshree अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी