Ashutosh Moharana stories download free PDF

इश्क़ और वहम-एक हवेली की दास्तान - 2

by Ashutosh Moharana
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निर्जर दस साल बाद धौलागढ़ गांव लौटा है, अपनी अधूरी मोहब्बत चारुलता की तलाश में। वृंदावन हवेली, जहां कभी ...

इश्क़ और वहम-एक हवेली की दास्तान - 1

by Ashutosh Moharana
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बारिश धीमी-धीमी रफ्तार से गिर रही थी। कार की खिड़कियों पर बूंदें पड़कर फिसलती जा रही थीं, जैसे कोई ...

कमरा जो कभी नहीं खुला

by Ashutosh Moharana
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वो आवाज़ फिर आई। धीमी, गहरी, और डरावनी। खर्र... खर्र... खर्र... जैसे कोई नाखूनों से पुरानी लकड़ी को कुरेद ...

तेरा इंतज़ार अब भी है - 2

by Ashutosh Moharana
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वक़्त बीत गया… लेकिन यादें नहीं। मायरा अब अमेरिका से लौट चुकी थी। मुंबई में एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी ...

तेरा इंतज़ार अब भी है - 1

by Ashutosh Moharana
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पिछले कुछ महीनों में आरव और मायरा की दोस्ती अब रिश्ते की एक नयी परिभाषा बन चुकी थी। वो ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 12 (अंतिम भाग)

by Ashutosh Moharana
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भाग 12: गिरफ़्त से रिहाई… या नई क़ैद?(जहाँ मोहब्बत की सबसे गहरी यादें ही सबसे बड़ा सच बन जाती ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 11

by Ashutosh Moharana
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भाग 11: वो आख़िरी रिकॉर्डिंग(जब सना की आवाज़ आख़िरी बार ज़हन में गूंजी… और सच ने सब कुछ बदल ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 10

by Ashutosh Moharana
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भाग 10: आईने में दूसरी शक्ल(जहाँ ज़हन के आईने में… सना फिर लौटती है — लेकिन अब वो कोई ...

पिशाचनी का श्राप - 3

by Ashutosh Moharana
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शांता के मंदिर के द्वार पर गिरते ही मानो सारा समय ठहर गया। विद्या दौड़ती हुई आई और माँ ...

ज़हन की गिरफ़्त - भाग 9

by Ashutosh Moharana
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भाग 9: सना कौन थी… वाक़ई?फाइल नंबर 72 ने आरव की दुनिया को पूरी तरह हिला कर रख दिया ...