CHIRANJIT TEWARY stories download free PDF

तेरे मेरे दरमियान - 11

by CHIRANJIT TEWARY
  • 549

आदित्य: - बोलिए सर , मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ ?अशोक :- बेटा मुझे तुमसे एक मदद ...

तेरे मेरे दरमियान - 10

by CHIRANJIT TEWARY
  • 396

अशोक :- बेटी जानवी । ये आदित्य कुछ अजीब सा नही है ।जानवी :- मुझे तो कुछ अजीव नही ...

तेरे मेरे दरमियान - 9

by CHIRANJIT TEWARY
  • 708

भरत :- सॉरी बेटा आदित्य मुझे माफ कर दो । कल से तुम सब ऑफिस आ सकते हो ।आदित्य: ...

मायावी मोहब्बत ।

by CHIRANJIT TEWARY
  • 1.2k

दैत्य राज कुम्भन जो अपने दैत्य लोक से पृथ्वी पर सिर्फ अपनी बेटी को बचाने के लिए आया है ...

तेरे मेरे दरमियान - 8

by CHIRANJIT TEWARY
  • (4/5)
  • 630

आदित्य विकी का कॉलर पकड़ता है और कहता है ।आदित्य: - बड़ों से और लड़की से बात करने ता ...

तेरे मेरे दरमियान - 7

by CHIRANJIT TEWARY
  • (3.9/5)
  • 561

आदित्य विकी का कॉलर पकड़ता है और विकी को एक जौरदार थप्पड़ मारता है । जिससे फिर से सभी ...

तेरे मेरे दरमियान - 7

by CHIRANJIT TEWARY
  • (0/5)
  • 1.3k

गिफ्ट लेकर भरत कहता है ।भरत :- थेंक्यू सो मच आदित्य । अशोक साहब इनसे मिलिए ये है मेरे ...

तेरे मेरे दरमियान - 6

by CHIRANJIT TEWARY
  • 1.2k

रेखा :- आप दोनो पागल हो गए हो । पैसे के चक्कर मे आदित्य जैसे लड़के को छोड़ना बहोत ...

तेरे मेरे दरमियान - 5

by CHIRANJIT TEWARY
  • 1k

अशोक की बात को सुनकर जानवी बहोत इमोशनल और कंफ्यूज हो जाती है । वो सौच मे पड़ जाती ...

तेरे मेरे दरमियान - 4

by CHIRANJIT TEWARY
  • 1k

जानवी :- पापा ! पापा । ये क्या , ये सब कैसे हो गया ?अशोक :- कुछ नही बेटा ...