DINESH KUMAR KEER stories download free PDF

विद्या विनयेन शोभते

by दिनेश कुमार
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शिक्षा पर घमंडनदी पार होने के लिए कई लोग एक नौका में बैठे, धीरे - धीरे नौका सवारियों के ...

उनके चेहरे की ये...

by दिनेश कुमार
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सवालो को जरा थामो, जवाबो मे दरारे है सभी कुछ खुदरा सा है छलनी एहसास सारे है ना दिल ...

क्या खूब कहा है...

by दिनेश कुमार
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कोई ठहर नहीं जाता किसी के भी जाने से यहां कहां फुरसत है किसी को नया पाने से पहले ...

हमें यह बात बता चुके हैं ।

by दिनेश कुमार
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एक कहानी :- दुआओं का असरएक होटल में बहुत ज्यादा भीड़ रहती थी, जिसका फायदा उठाकर एक आदमी रोजाना ...

सेठ और साधारण व्यक्ति

by दिनेश कुमार
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ज्ञान का महत्वएक सेठ के पास बड़ी मिल थी। उससे बहुत सारे लोगों की जीविका चलती थी। लाखों का ...

जंगल, पेड़ और बाज

by दिनेश कुमार
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मृत्यु से बड़ा भयजंगल में एक पेड़ पर दो बाज प्रेमपूर्वक रहते थे। दोनों शिकार की तलाश में निकलते ...

मीठा बोलने में कंजूसी नहीं करनी चाहिये... !

by दिनेश कुमार
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नेत्रहीन संतएक बार एक राजा अपने सहचरों के साथ शिकार खेलने जंगल में गया था । वहाँ शिकार के ...

सब ईश्वर की दया ही है

by दिनेश कुमार
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तीन मूर्तियाँएक राजा था जिसे शिल्प कला अत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देश-प्रदेश जाया करता था। ...

कुत्ता और बिल्ली

by दिनेश कुमार
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बिल्ली और कुत्तेएक दिन की बात है. एक बिल्ली कहीं जा रही थी। तभी अचानक एक विशाल और भयानक ...

अपनी जान प्यारी

by दिनेश कुमार
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एक कहानी शिक्षाप्रद :- जीवन का मूल्यमगध सम्राट चन्द्रगुप्त ने एक बार अपनी सभा मे पूछा : देश की ...