स्थान: बरेली का एक वीरान रेलवे स्टेशनसमय: रात 2:20 बजेघड़ी की टिक-टिक अब जैसे कान में सुराख़ कर रही ...
एक नई दिशासमीरा ने ठंडी साँस ली और अपने नोट्स पर ध्यान लगाने की कोशिश की। तभी, उसे अपने ...
हिमाचल प्रदेश – मंडी से सटे एक पहाड़ी क्षेत्ररात के 10:30 बजेविराट चौहान की जीप उस समय एक कच्चे, ...
वह अपने हाथों को आपस में मसलने लगी। एक अजीब-सी घबराहट उसके भीतर पनप रही थी।मगर उस घबराहट के ...
बरसी का दिन और घर में हवनबरसी का दिन आ चुका था। सानियाल हवेली के आंगन में हवन की ...
अधूरे पागलपन की कहानीदानिश अपनी कुर्सी पर गहरे धँसा हुआ था, उसकी उंगलियाँ टेबल पर बेतहाशा चल रही थीं। ...
भाग्य का खेल (अगला भाग)हील टॉप की ठंडी हवाएँ और तेज़ हो चुकी थीं, लेकिन उन दोनों के बीच ...
प्यार: डर या उम्मीद?लाइब्रेरी में एक पल के लिए खामोशी छा गई। बाहर से आती हल्की हवा के झोंके ...
समीरा अपनी किताब में इतनी डूबी हुई थी कि उसे एहसास भी नहीं हुआ कि कोई उसके करीब आ ...
क्या यह उसका अतीत था, जिसे उसने भुला दिया था? या फिर कोई अनदेखा सच, जो अब धीरे-धीरे सामने ...