Mamta Meena stories download free PDF

इंतेक़ाम - भाग 4

by Mamta Meena
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सभी घरवाले निशा से उसकी प्रॉपर्टी हथियाने और उससे हमेशा के लिए छुटकारा पाने की योजना बनाते लेकिन अपनी ...

हवेली का खजाना

by Mamta Meena
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आज जो सच्ची घटना में आप लोगों को सुनाने जा रही हूं बह मेरे ननिहाल से संबंधित है जो ...

इंतेक़ाम - भाग 3

by Mamta Meena
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निशा इस उम्मीद में घर के बाहर बैठी रही कि जब उसके घरवालों का गुस्सा शांत होगा तब वे ...

तेरे बिन - भाग 1

by Mamta Meena
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कल सुबह ₹300000 देकर आप मेरी भतीजी से विवाह करके ले जाइएगा हमें कोई आपत्ति नहीं है दुर्जन सिंह ...

इंतेक़ाम - भाग 2

by Mamta Meena
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निशा अपने मां पिता की इकलौती संतान थी उसके जन्म के बाद ही उसकी मां का देहांत हो गया ...

जीने की चाह

by Mamta Meena
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आसमान में काले बादल छाए हुए थे ऐसा लग रहा था जैसे आज इंदर देव रूष्ट हो और अपना ...

इंतेक़ाम - भाग 1

by Mamta Meena
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आसमान में काले बादल छाए हुए थे ऐसा लग रहा था जैसे आज इंदर देव रूष्ट हो और अपना ...