MASHAALLHA KHAN stories download free PDF

दिल से कही दिल की कही

by MASHAALLHA KHAN

1.. ठहर जाये ये लम्हा कुछ और वक्त धड़कने दो दिल को कुछ और वक्त बेशक ...

रहे तेरी दुआ मुझ पर - पांचवा हिस्सा

by MASHAALLHA KHAN
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पांचवा हिस्सा ( भाग ) वक्त मे पिछे - 2अब यहा से स्टोरी मे थोड़ा - थोड़ा मैजिक का ...

रहे तेरी दुआ मुझ पर - चोथा हिस्सा

by MASHAALLHA KHAN
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चोथा हिस्सा ( भाग ) - वक्त मे पिछे - 1फ्लेशबेक.………………….छब्बीस साल पहले की जब जाहिद बेग यानि शाहिद ...

रहे तेरी दुआ मुझ पर - तीसरा हिस्सा

by MASHAALLHA KHAN
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मगर मै बस उन्हे रोता हुआ देख रहा था मुझमे हिम्मत नही थी उनसे बात करने की मुझे घूटन ...

रहे तेरी दुआ मुझ पर - दूसरा हिस्सा

by MASHAALLHA KHAN
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जब मै उठा तो सुबह के ग्यारह बज रहे थे रुकसार कमरे मे नही थी फिर मै बाथरूम गया ...

रहे तेरी दुआ मुझ पर - पहला हिस्सा

by MASHAALLHA KHAN
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ये कहानी एक काल्पनिक कहानी है इस कहानी का वास्तविकता से कोई सम्बन्ध नही है ये कहानी केवल मनोरंजन ...

एक खत तेरे नाम रिफा

by MASHAALLHA KHAN
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ये कहानी एक काल्पनिक है ये कहानी लव स्टोरी पर आधारित है इसमे सभी बताये किरदार काल्पनिक है लेखक- MASHAALLHA आज ...