1.. ठहर जाये ये लम्हा कुछ और वक्त धड़कने दो दिल को कुछ और वक्त बेशक ...
पांचवा हिस्सा ( भाग ) वक्त मे पिछे - 2अब यहा से स्टोरी मे थोड़ा - थोड़ा मैजिक का ...
चोथा हिस्सा ( भाग ) - वक्त मे पिछे - 1फ्लेशबेक.………………….छब्बीस साल पहले की जब जाहिद बेग यानि शाहिद ...
मगर मै बस उन्हे रोता हुआ देख रहा था मुझमे हिम्मत नही थी उनसे बात करने की मुझे घूटन ...
जब मै उठा तो सुबह के ग्यारह बज रहे थे रुकसार कमरे मे नही थी फिर मै बाथरूम गया ...
ये कहानी एक काल्पनिक कहानी है इस कहानी का वास्तविकता से कोई सम्बन्ध नही है ये कहानी केवल मनोरंजन ...
ये कहानी एक काल्पनिक है ये कहानी लव स्टोरी पर आधारित है इसमे सभी बताये किरदार काल्पनिक है लेखक- MASHAALLHA आज ...