ज़मीन पर पड़े आरव की पलकों के पीछे एक नई दुनिया बस गई थी —ना ये लैब थी, ना ...
लैब अब पूरी तरह अंधेरे में डूबा हुआ था।सिर्फ एक धीमी नीली रोशनी ZEUS ग्लोब से निकल रही थी, ...
लैब की चारों दीवारों पर कंप्यूटर मॉनीटर एक के बाद एक बंद हो रहे थे।आरव के दिल की धड़कनें ...
रात का तूफान: कुछ बदल रहा है...रात के तीन बज रहे थे। आसमान में बादल घने हो गए थे। ...
लैब के अंदर हल्की-हल्की रोशनी झपक रही थी। कंप्यूटर स्क्रीन पर बेतरतीब कोड्स तेजी से भाग रहे थे, जैसे ...
लैब की बत्तियाँ धीरे-धीरे झपकती हैं, और बाहर तूफान का शोर और तेज़ हवाओं का अहसास भीतर भी होने ...
सिया और रोहन की कहानी उस समय शुरू होती है जब वे पहली बार कॉलेज के कैंपस में मिलते ...
- गाँव के छोटे से घर में सुबह की पहली किरणें झाँक रही थीं। अनन्या, जो हर दिन सूरज ...
अब तक आपने देखा कि रिया ने पार्टी में एक छोटी सी गलती होने पर अजय के पापा की ...
ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते है। उन सब के बिच छोटे - मोटे झगड़े,छोटी -बहेसे होती रहती थी। ...