Dr. Pruthvi Gohel stories download free PDF

तमस ज्योति - 51

by Pruthvi Gohel

प्रकरण - ५१मेरे मम्मी पापा अब हमारे साथ अहमदाबाद में रहने आ गये थे। मेरा पूरा परिवार अब एक ...

तमस ज्योति - 50

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ५०रईश और उनकी टीम की चर्चा अब पूरे अमेरिका में होने लगी थी। अमेरिका के विजन आई ...

तमस ज्योति - 49

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४९मुझे निषाद मेहता के साथ जो कॉन्ट्रैक्ट साइन करना था उसकी पूर्व तैयारी मैंने और मेरे पापाने ...

तमस ज्योति - 48

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४८अमिता बोली, "नमस्कार दर्शकों! एक बार फिर से आप सभी का स्वागत है। मेरे साथ है जानेमाने ...

तमस ज्योति - 47

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४७मैंने जैसे ही रईश से बात खत्म कर के फोन रखा ही था की तभी फातिमा का ...

तमस ज्योति - 46

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४६मैं दिन की अपनी आखिरी रिकॉर्डिंग ख़त्म करके अभी-अभी घर पहुँचा था। मैंने विराजभाई को चाय बनाने ...

तमस ज्योति - 45

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४५मेरी मम्मी और मेरे पापा दर्शिनी और नीलिमा को छोड़ने अहमदाबाद आये थे। घर काफी दिनों से ...

तमस ज्योति - 44

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४४जब दर्शिनी घर वापस आई तो मेरी मम्मी के मन में कई सवाल थे जिनका जवाब वह ...

तमस ज्योति - 43

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४३मैंने निषाद मेहता को फोन लगाया और कहा, "निषादजी! मैंने आपकी बात पर बहुत सोचा और मैं ...

तमस ज्योति - 42

by Pruthvi Gohel
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प्रकरण - ४२मेरे मोबाइल पर रिंग बजी तो मैंने फोन उठाया और हेलो कहा। सामने की ओर से एक ...