S Bhagyam Sharma stories download free PDF

अपराध ही अपराध - भाग 5

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 5 पिछला सारांश- एक करोड़ रूपया तिरुपति के दान पेटी में डालना है। उसे संस्था की दूसरी हिस्सेदार ...

अपराध ही अपराध - भाग 4

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 4 “मैंने तो शुरू में ही बोल दिया… हम किसी भी बात के लिए कोर्ट और पुलिस ...

अपराध ही अपराध - भाग 3

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 3 पिछला सारांश- ‘कार्तिका इंडस्ट्रीज’ संस्था के इंटरव्यू के लिए गए साइकोलॉजी मे पोस्ट डिग्री तक पढ़ें ...

अपराध ही अपराध - भाग 2

by S Bhagyam Sharma
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(अध्याय 2) “बहुत अच्छी बात है, ‘पानीपत युद्ध कब हुआ? केनेडी को शूट करके करने वाले का नाम क्या ...

अपराध ही अपराध - भाग 1

by S Bhagyam Sharma
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इंदिरा सौंदराराजन इंदिरा सौंदराराजन तमिल के बहुत बड़े और प्रसिद्ध लेखक हैं। आपने बहुत से उपन्यास और कहानियां लिखीं ...

करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 15 - अंतिम भाग

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 15 "वैगई हमारी पैदा की हुई बेटी होने पर आप ऐसा करते क्या ? उमैयाल के एक प्रश्न ...

करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 14

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 14 अर्चना ने आश्चर्य से वैगई को देखा। "प्राणेश की अम्मा अभी क्यों आई है वैगई तुम्हें देखने ...

करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 13

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 13 "बाहर जाने को कहने लायक हमने ऐसा क्या गलत बोल दिया वैगई.....? टीवी एक्टिंग के लिए बुलाना ...

करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 12

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 12 अर्चना! कमरे के बाहर अम्मा की धीमी आवाज सुनाई दी। "क्या बात है अम्मा ?" "तुमसे मिलने ...

करोड़ों-करोड़ों बिजलियां - 11

by S Bhagyam Sharma
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अध्याय 11 वैगई, आदित्य और अर्चना के साथ वाणी नर्सिंग होम में पहुंची, चीफ डॉक्टर आई.सी.यू. के अंदर थे। ...